md samshad raza
गुरुवार, 2 अगस्त 2018
हमेँ कँहा मालूम था क़ि इश्क़ होता क्या है
हमेँ कँहा मालूम था क़ि इश्क़ होता क्या है,
बस एक ‘तुम’ मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई.
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